सनातन धर्म में समस्त कष्टों से निवारण, गृह दशाओं से मुक्ति, भूत—प्रेत की बाधा समाप्त करने व आरोग्य प्राप्ति के लिए हनुमान उपासना का विधान है। हनुमान जयंती इस बार 12 अप्रैल शनिवार, 2025 को आ रही है। कल पूरे विश्व में हनुमान भक्त बड़े ही श्रद्धा भाव से हनुमान जयंती मनायेंगे। शनिवार को हनुमान जयंती का पर्व तो और भी अधिक उत्साहवर्धक है, चूंकि मंगलवार और शनिवार दो वार हनुमान जी के विशेष प्रिय माने जाते हैं। हनुमान जयंती पर कई अन्य शुभ संयोग भी राशि अनुसार बन रहे हैं।
वस्तुत: धर्म—अध्यात्म मार्ग अनुभूति का विषय है, इसे तर्क से सिद्ध नहीं किया जा सकता है। सनातन में मान्यता है कि ईश्वर को हम जिस रूप में पूजें, वे उसी स्वरूप में आकर हमारे मनोरथ पूर्ण करते हैं।
धर्म ग्रंथों में वर्णन आता है कि कलियुग के सबसे प्रभावशाली देवताओं में प्रथम स्थान पर हनुमान जी है। कहा जाता है कि वे आज भी जीवित हैं। हजारों हनुमान भक्त यह दावा करते हैं कि उन्होंने अजर—अमर वीर हनुमान जी की कृपा को साक्षात महसूस किया है।

